‘भविष्य में द्रौपदी के बारे में सोचना पड़ सकता है..’ कन्या जन्म दर पर अजित पवार का विवादित बयान

‘भविष्य में द्रौपदी के बारे में सोचना पड़ सकता है..’ कन्या जन्म दर पर अजित पवार का विवादित बयान

पुणे. महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजीत पवार ने बुधवार को एक विवादित बयान दे दिया. अजित पवार लड़के और लड़कियों की जन्म दर के विषय में चर्चा कर रहे थे. इसी दौरान उन्होंने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या ने राज्य के कुछ हिस्सों में लिंग अनुपात को इतना खराब कर दिया है कि भविष्य में द्रौपदी के बारे में सोचना पड़ सकता है.

पुणे जिले के इंदापुर में महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने चिकित्सकों की एक सभा को संबोधित किया. पवार ने कुछ स्त्रीरोग विशेषज्ञों की शिकायतों का जिक्र किया कि प्रसव पूर्व परीक्षण में लिंग निर्धारण को रोकने के नाम पर उन्हें स्वास्थ्य विभाग से उत्पीड़न का सामना करना पड़ता है. शिकायतों पर प्रतिक्रिया देते हुए पवार ने कहा कि भले ही उत्पीड़न के मामले आते हैं लेकिन यह भी जानकारी है कि अस्पतालों में अवैध चीजें होती हैं.

उप मुख्यमंत्री ने कहा कि आप बीड की स्थिति जानते हैं (जहां कुछ चिकित्सकों को अवैध गर्भपात गिरोह चलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था). ऐसी घटनाएं नहीं होनी चाहिए. कुछ जिलों में पुरुष और महिला अनुपात खराब है, यहां तक कि 1000 पुरुषों पर 850 महिलाएं हैं. चीजें मुश्किल हो जाएंगी भविष्य में किसी को द्रौपदी (एक महिला के कई पति होने के संदर्भ में) के बारे में सोचना पड़ सकता है. ऐसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है.

'भविष्य में द्रौपदी के बारे में सोचना पड़ सकता है..' कन्या जन्म दर पर अजित पवार का विवादित बयान

हालांकि पवार ने तुरंत यह भी स्पष्ट किया कि द्रौपदी के उदाहरण से उनका इरादा किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का नहीं था. इस बयान के बाद हॉल में ठहाके गूंजने लगे, लेकिन फिर लोगों को एहसास हुआ की यह उचित नहीं है. इसके बाद अजित पवार ने अपनी गलती सुधारने की कोशिश की, लेकिन कई लोगों को उपमुख्यमंत्री का यह बयान गले नहीं उतरा.

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