Opinion: वाराणसी में मोदी इफेक्ट, शहर का हर नया निर्माण काशी की आध्यामिकता का दर्शन करा रहा

Opinion: वाराणसी में मोदी इफेक्ट, शहर का हर नया निर्माण काशी की आध्यामिकता का दर्शन करा रहा

वाराणसी. धर्मनगरी वाराणसी में पिछले दस वर्षों में लगातार नए निर्माण हुए हैं. इनमें से ज्यादातर ऐसे भवनों और संरचनाओं को बनाया गया है जो जन सामान्य के उपयोग के हैं. इन सभी रचनाओं में प्रधानमंत्री मोदी का एक असर पुख्ता तौर पर दिख रहा है और वो है वाराणसी की आध्यात्मिकता. काशी के नाम से मशहूर यह शहर अपनी पौराणिकता, प्राचीन देवालयों और अपनी संस्कृति के कारण विश्व भर में विशेष स्थान रखती है. पीएम मोदी के सांसद बनने के बाद से इसका सनातन स्वरूप और व्यापक होता जा रहा है. काशी के नवनिर्माण में भी धर्म और आध्यात्मिकता का समावेश दिखाई देने लगा है. काशी के अध्यात्म का प्रतीक यहां के कुछ सड़कों और भवनों में दिखाई देने लगा है, जबकि जल्दी ही इंटरनेशल क्रिकेट स्टेडियम, सड़क, सरकारी भवन और देश के पहले अर्बन ट्रांसपोर्ट यातायात के साधन पर काशी की धार्मिक तस्वीर दिखाई देने लगेगी.

हिंदू पौराणिक मान्यता के मुताबिक जिस नगरी का हर कंकण, हर कण शंकर हो, ऐसी काशी के आधुनिक भवन भला काशी के आध्यात्मिक के रंग में कैसे न रंगी जाए. बनारस में हो रहे नवनिर्माण में काशी की छाप दिखाई दे रही है. 186 करोड़  की लागत से बना अंतर्राष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर जिसका नाम ‘रुद्राक्ष’ है और पूरा भवन शिवलिंग के आकार का है जो काशी का दर्शन कराता है. यही नहीं सड़कें भी काशी का प्रतीक बन रही हैं. मंडुवाडीह लहरतारा मार्ग के डिवाइडर पर लगे स्ट्रीट लाइट त्रिशूल और डमरू के आकार के हैं. 807 करोड़ की लागत से वाराणसी जंक्शन से बाबा के दरबार के निकट गोदौलिया तक निर्माणधीन  दुनिया की तीसरी और देश की पहली अर्बन ट्रांसपोर्ट की सेवा रोप-वे के स्टेशन और गंडोला भी काशी की धार्मिक यात्रा कराएगी. रोप वे का स्टेशन मंदिर के अकार का होगा जिसकी बाहर की  आकृति त्रिशूल, डमरू, नंदी और काशी के पौराणिक घाट दिखेंगे.

Opinion: वाराणसी में मोदी इफेक्ट, शहर का हर नया निर्माण काशी की आध्यामिकता का दर्शन करा रहा

राजातालाब क्षेत्र के गंजारी में 450 करोड़ रुपये की लागत से 30 एकड़ में बनने वाले 30 हज़ार क्षमता वाली अंतरराष्ट्रीय  क्रिकेट स्टेडियम का वास्तुशिल्प काशी और सनातन धर्म के अनुकूल होगा, जिसमें भगवान शिव की महिमा दिखेगी. अर्धचंद्राकार छत, त्रिशूल के आकार की फ्लड-लाइट, घाट की सीढ़ियों पर आधारित बैठने की व्यवस्था, बिल्डिंग पर बिल्विपत्र जैसी काशी की विशिष्ट पहचान दूर से ही दिखाई देगा. 6.5 एकड़ में 289.98 करोड़  की लागत से मंदिर के अकार का 11-11 मंजिल का एकीकृत मंडलीय कार्यालय प्रस्तावित ही. इस आइकोनिक ट्विन टावर मे मंडल के 61 कार्यालय होगा. इस एकीकृत मंडलीय कार्यालय के निर्माण से वाराणसी मंडल के लोगों को भटकना नहीं पड़ेगा सभी  काम एक छत के नीचे होगा.

Tags: Prime Minister Narendra Modi, Varanasi news

#Opinion #वरणस #म #मद #इफकट #शहर #क #हर #नय #नरमण #कश #क #आधयमकत #क #दरशन #कर #रह

Comments

No comments yet. Why don’t you start the discussion?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *